गणनाथ-भक्ति: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
< | <span class="HindiText"> आचार्यभक्ति । यह सोलह कारण भावनाओं में एक भावना है । इसमें मन, वचन और काय से भावों की शुद्धतापूर्वक आचार्यों की भक्ति की जाती है । </span> <span class="GRef"> महापुराण 63.327 </span> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ गणना | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ गणनानंत | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: ग]] | [[Category: ग]] | ||
[[Category: चरणानुयोग]] |
Latest revision as of 11:32, 18 April 2023
आचार्यभक्ति । यह सोलह कारण भावनाओं में एक भावना है । इसमें मन, वचन और काय से भावों की शुद्धतापूर्वक आचार्यों की भक्ति की जाती है । महापुराण 63.327