कुलपर्वत: Difference between revisions
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<span class="HindiText"> जंबूद्वीप में स्थित सात क्षेत्रों के विभाजक कुलाचल । ये कुलाचल पूर्व से पश्चिम तक फैले हुए हैं और संख्या में छ: हैं । इनके नाम हैं― हिमयन्, महाहिमवन् निषध, नील, रुक्मिन् और शिखरिन् । महापुराण में महामेरु (मंदिर) को जोड़कर सात कुलाचल बताये हैं । </span><span class="GRef"> महापुराण 63. 193, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 3. 32-37, 105.157-158 </span> | <span class="HindiText"> जंबूद्वीप में स्थित सात क्षेत्रों के विभाजक कुलाचल । ये कुलाचल पूर्व से पश्चिम तक फैले हुए हैं और संख्या में छ: हैं । इनके नाम हैं― हिमयन्, महाहिमवन् निषध, नील, रुक्मिन् और शिखरिन् । महापुराण में महामेरु (मंदिर) को जोड़कर सात कुलाचल बताये हैं । </span><span class="GRef"> महापुराण 63. 193, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_3#32|पद्मपुराण - 3.32-37]], 105.157-158 </span> | ||
Latest revision as of 22:20, 17 November 2023
जंबूद्वीप में स्थित सात क्षेत्रों के विभाजक कुलाचल । ये कुलाचल पूर्व से पश्चिम तक फैले हुए हैं और संख्या में छ: हैं । इनके नाम हैं― हिमयन्, महाहिमवन् निषध, नील, रुक्मिन् और शिखरिन् । महापुराण में महामेरु (मंदिर) को जोड़कर सात कुलाचल बताये हैं । महापुराण 63. 193, पद्मपुराण - 3.32-37, 105.157-158