कूर्मी: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<span class="HindiText"> राजपुर नगर के ब्राह्मण ब्रह्मरुचि की गर्भवती भार्या । मुनि का उपदेश सुनकर इसके पति ने दीक्षा धारण कर ली थी और यह भी दसवें मास में पुत्र को जन्म देने के पश्चात् उसे वन में छोड़कर आलोक नगर में इंदुमालिनी आर्यिका के पास आर्यिका हो गयी थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 11.117-150 </span> | <span class="HindiText"> राजपुर नगर के ब्राह्मण ब्रह्मरुचि की गर्भवती भार्या । मुनि का उपदेश सुनकर इसके पति ने दीक्षा धारण कर ली थी और यह भी दसवें मास में पुत्र को जन्म देने के पश्चात् उसे वन में छोड़कर आलोक नगर में इंदुमालिनी आर्यिका के पास आर्यिका हो गयी थी । </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_11#117|पद्मपुराण - 11.117-150]] </span> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 9: | Line 9: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: क]] | [[Category: क]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 22:20, 17 November 2023
राजपुर नगर के ब्राह्मण ब्रह्मरुचि की गर्भवती भार्या । मुनि का उपदेश सुनकर इसके पति ने दीक्षा धारण कर ली थी और यह भी दसवें मास में पुत्र को जन्म देने के पश्चात् उसे वन में छोड़कर आलोक नगर में इंदुमालिनी आर्यिका के पास आर्यिका हो गयी थी । पद्मपुराण - 11.117-150