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| | <span class="GRef"> पद्मपुराण/48/ श्लोक </span><span class="HindiText">यह वह शिला है जिस पर से करोड़ों मुनि सिद्ध पद को प्राप्त हुए हैं। रावण को वही मार सकता है जो इसको उठावेगा ऐसा मुनियों का वचन था ([[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_48#146|146]])। लक्ष्मण ने इसको उठाकर अपनी शक्ति का परिचय दिया था ([[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_48#214|214]])।</span> |
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Latest revision as of 22:20, 17 November 2023
पद्मपुराण/48/ श्लोक यह वह शिला है जिस पर से करोड़ों मुनि सिद्ध पद को प्राप्त हुए हैं। रावण को वही मार सकता है जो इसको उठावेगा ऐसा मुनियों का वचन था (146)। लक्ष्मण ने इसको उठाकर अपनी शक्ति का परिचय दिया था (214)।
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