तत्त्वत्रय प्रकाशिका: Difference between revisions
From जैनकोष
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(One intermediate revision by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<span class="HindiText">आचार्य शुभचंद्र (ई.1003-118) कृत ज्ञानार्णव के गद्य भाग पर की गयी भट्टारक श्रुतसागर (ई.1487-1499) कृत संस्कृत टीका जिसमें शिवतत्त्व, गरुड़ और काम तत्त्व, इन तत्त्वों का वर्णन है <span class="GRef">( तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/3/398)</span>।</span> | |||
<noinclude> | <noinclude> |
Latest revision as of 22:21, 17 November 2023
आचार्य शुभचंद्र (ई.1003-118) कृत ज्ञानार्णव के गद्य भाग पर की गयी भट्टारक श्रुतसागर (ई.1487-1499) कृत संस्कृत टीका जिसमें शिवतत्त्व, गरुड़ और काम तत्त्व, इन तत्त्वों का वर्णन है ( तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/3/398)।