अनंतजित्: Difference between revisions
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Latest revision as of 14:39, 27 November 2023
(1) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.69, 104
(2) अनंत संसार के जेता, मिथ्याधर्मरूपी अंधकार को नष्ट करने के लिए सूर्यस्वरूप चौदहवें तीर्थंकर । हरिवंशपुराण - 1.16