अभयसेन: Difference between revisions
From जैनकोष
Jyoti Sethi (talk | contribs) No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(One intermediate revision by the same user not shown) | |||
Line 14: | Line 14: | ||
== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) महावीर की आचार्य परंपरा में होने वाले एक आचार्य । हरिवंश | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) महावीर की आचार्य परंपरा में होने वाले एक आचार्य ।<span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_66#28|हरिवंशपुराण - 66.28-29]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) राजा अनरण्य और उसके ज्येष्ठ पुत्र अनंतरथ के दीक्षागुरु । <span class="GRef"> पद्मपुराण 22.167-168 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) राजा अनरण्य और उसके ज्येष्ठ पुत्र अनंतरथ के दीक्षागुरु । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_22#167|पद्मपुराण - 22.167-168]] </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 14:39, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
पुन्नाट संघ की गुर्वावली के अनुसार आप आ. सिद्धसेन के शिष्य तथा आ. भीमसेन के गुरु थे। देखें इतिहास - 7.8।
पुराणकोष से
(1) महावीर की आचार्य परंपरा में होने वाले एक आचार्य । हरिवंशपुराण - 66.28-29
(2) राजा अनरण्य और उसके ज्येष्ठ पुत्र अनंतरथ के दीक्षागुरु । पद्मपुराण - 22.167-168