परिनिर्वाण: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(2 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> एक व्रत । इसकी साधना के लिए प्रतिवर्ष भादों सुदी सप्तमी को उपवास किया जाता है । इससे अनंत सुख रूप फल प्राप्त होता है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 34.127 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> एक व्रत । इसकी साधना के लिए प्रतिवर्ष भादों सुदी सप्तमी को उपवास किया जाता है । इससे अनंत सुख रूप फल प्राप्त होता है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_34#127|हरिवंशपुराण - 34.127]] </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: प]] | [[Category: प]] | ||
[[Category: चरणानुयोग]] |
Latest revision as of 15:11, 27 November 2023
एक व्रत । इसकी साधना के लिए प्रतिवर्ष भादों सुदी सप्तमी को उपवास किया जाता है । इससे अनंत सुख रूप फल प्राप्त होता है । हरिवंशपुराण - 34.127