मुक्ताहार: Difference between revisions
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<p id="2">(2) कंठ का आभूषण-मोतियों से निर्मित हार । इसे स्त्री और पुरुष दोनों धारण करते थे । इसका अपर नाम मुक्तामाला था । <span class="GRef"> महापुराण 15.81, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 3. | <p id="2" class="HindiText">(2) कंठ का आभूषण-मोतियों से निर्मित हार । इसे स्त्री और पुरुष दोनों धारण करते थे । इसका अपर नाम मुक्तामाला था । <span class="GRef"> महापुराण 15.81, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_3#2|पद्मपुराण -3.2]], 774, [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_71#2|पद्मपुराण -71.2]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
(1) विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी का छत्तीसवाँ नगर । महापुराण 19.83, 87
(2) कंठ का आभूषण-मोतियों से निर्मित हार । इसे स्त्री और पुरुष दोनों धारण करते थे । इसका अपर नाम मुक्तामाला था । महापुराण 15.81, पद्मपुराण -3.2, 774, पद्मपुराण -71.2