मेघविजय: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(2 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> जंबूद्वीप में चक्रपुर नगर के राजा रत्नायुध का एक हाथी । वज्रदंत मुनि से लोकानुयोग का वर्णन सुनकर इसे अपने पूर्वभव का स्मरण हो आया था अत: इसने योग धारण कर हिंसा आदि पांच पापों और मद्य, मास एवं मधु का त्याग कर अष्टमूलगुणों को धारण कर लिया था । इसका अपर नाम मेघनिनाद था । <span class="GRef"> महापुराण 59. 246-267 </span>देखें [[ मेघनिनाद ]]</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> जंबूद्वीप में चक्रपुर नगर के राजा रत्नायुध का एक हाथी । वज्रदंत मुनि से लोकानुयोग का वर्णन सुनकर इसे अपने पूर्वभव का स्मरण हो आया था अत: इसने योग धारण कर हिंसा आदि पांच पापों और मद्य, मास एवं मधु का त्याग कर अष्टमूलगुणों को धारण कर लिया था । इसका अपर नाम मेघनिनाद था । <span class="GRef"> महापुराण 59. 246-267 </span>देखें [[ मेघनिनाद ]]</p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: म]] | [[Category: म]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
जंबूद्वीप में चक्रपुर नगर के राजा रत्नायुध का एक हाथी । वज्रदंत मुनि से लोकानुयोग का वर्णन सुनकर इसे अपने पूर्वभव का स्मरण हो आया था अत: इसने योग धारण कर हिंसा आदि पांच पापों और मद्य, मास एवं मधु का त्याग कर अष्टमूलगुणों को धारण कर लिया था । इसका अपर नाम मेघनिनाद था । महापुराण 59. 246-267 देखें मेघनिनाद