यागहस्ती: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> तालपुर नगर के राजा नरपति का जीव-एक हाथी । पूर्वभव में यह मिथ्याज्ञानी था । इस पर्याय में इसने तीर्थंकर मुनिसुव्रत से अपना पूर्वभव सुनकर संयमासंयम धारण कर लिया था । इसकी यह प्रवृत्ति तीर्थंकर मुनिव्रतनाथ के वैराग्य की निमित्त हुई थी । <span class="GRef"> महापुराण 67.31-38 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> तालपुर नगर के राजा नरपति का जीव-एक हाथी । पूर्वभव में यह मिथ्याज्ञानी था । इस पर्याय में इसने तीर्थंकर मुनिसुव्रत से अपना पूर्वभव सुनकर संयमासंयम धारण कर लिया था । इसकी यह प्रवृत्ति तीर्थंकर मुनिव्रतनाथ के वैराग्य की निमित्त हुई थी । <span class="GRef"> महापुराण 67.31-38 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
तालपुर नगर के राजा नरपति का जीव-एक हाथी । पूर्वभव में यह मिथ्याज्ञानी था । इस पर्याय में इसने तीर्थंकर मुनिसुव्रत से अपना पूर्वभव सुनकर संयमासंयम धारण कर लिया था । इसकी यह प्रवृत्ति तीर्थंकर मुनिव्रतनाथ के वैराग्य की निमित्त हुई थी । महापुराण 67.31-38