यागहस्ती
From जैनकोष
तालपुर नगर के राजा नरपति का जीव-एक हाथी । पूर्वभव में यह मिथ्याज्ञानी था । इस पर्याय में इसने तीर्थंकर मुनिसुव्रत से अपना पूर्वभव सुनकर संयमासंयम धारण कर लिया था । इसकी यह प्रवृत्ति तीर्थंकर मुनिव्रतनाथ के वैराग्य की निमित्त हुई थी । महापुराण 67.31-38