शकुनि: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) दुर्योधन का मामा । इसने राज्य के विभाजन, लाक्षागृह निर्माण और द्यूतक्रीड़ा आदि पांडव-विरोधी कार्यों में दुर्योधन को मंत्रणा दी थी और अनेक प्रकार से सहायता की थी । इसका चारुदत्त भाई था । वह कृष्ण का परम हितैषी था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 45.40-41, 46.3-5, 50.72 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) दुर्योधन का मामा । इसने राज्य के विभाजन, लाक्षागृह निर्माण और द्यूतक्रीड़ा आदि पांडव-विरोधी कार्यों में दुर्योधन को मंत्रणा दी थी और अनेक प्रकार से सहायता की थी । इसका चारुदत्त भाई था । वह कृष्ण का परम हितैषी था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_45#40|हरिवंशपुराण - 45.40-41]],[[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_45#46|हरिवंशपुराण - 45.46]].3-5, 50.72 </span></p> | ||
<p id="2">(2) मेरुकदत्त सेठ के चार मंत्रियों में दूसरा मंत्री । किसी अंगहीन पुरुष को देखकर सेठ ने इससे उसकी अंगहीनता का कारण पूछा था और इसने भी जन्म के समय बुरे शकुन होना उसकी अंग-हीनता का कारण बताया था । <span class="GRef"> महापुराण 46.112-115 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) मेरुकदत्त सेठ के चार मंत्रियों में दूसरा मंत्री । किसी अंगहीन पुरुष को देखकर सेठ ने इससे उसकी अंगहीनता का कारण पूछा था और इसने भी जन्म के समय बुरे शकुन होना उसकी अंग-हीनता का कारण बताया था । <span class="GRef"> महापुराण 46.112-115 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:25, 27 November 2023
(1) दुर्योधन का मामा । इसने राज्य के विभाजन, लाक्षागृह निर्माण और द्यूतक्रीड़ा आदि पांडव-विरोधी कार्यों में दुर्योधन को मंत्रणा दी थी और अनेक प्रकार से सहायता की थी । इसका चारुदत्त भाई था । वह कृष्ण का परम हितैषी था । हरिवंशपुराण - 45.40-41,हरिवंशपुराण - 45.46.3-5, 50.72
(2) मेरुकदत्त सेठ के चार मंत्रियों में दूसरा मंत्री । किसी अंगहीन पुरुष को देखकर सेठ ने इससे उसकी अंगहीनता का कारण पूछा था और इसने भी जन्म के समय बुरे शकुन होना उसकी अंग-हीनता का कारण बताया था । महापुराण 46.112-115