शालिग्राम: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) जंबूद्वीप में भरतक्षेत्र के मगध देश का एक ग्राम। वसुदेव पूर्वभव में इसी नगर के एक दरिद्र ब्राह्मण के पुत्र थे। शाल्मलि और शाल्मलिखंड इसके अपर नाम थे। <span class="GRef"> <span class="GRef"> महापुराण </span>71. 416 </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_109#35|पद्मपुराण - 109.35-37]], </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 18.127, 43.99, 60.109 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) जंबूद्वीप में भरतक्षेत्र के मगध देश का एक ग्राम। वसुदेव पूर्वभव में इसी नगर के एक दरिद्र ब्राह्मण के पुत्र थे। शाल्मलि और शाल्मलिखंड इसके अपर नाम थे। <span class="GRef"> <span class="GRef"> महापुराण </span>71. 416 </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_109#35|पद्मपुराण - 109.35-37]], </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_18#127|हरिवंशपुराण - 18.127]], 43.99, 60.109 </span></p> | ||
<p id="2">(2) जंबूद्वीप के विदेहक्षेत्र में सीता नदी के दक्षिण तट पर रम्य नामक क्षेत्र का एक ग्राम। महापुराण में इसे भरतक्षेत्र बताया गया है। <span class="GRef"> महापुराण 71. 390</span>, <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 60.62-63 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) जंबूद्वीप के विदेहक्षेत्र में सीता नदी के दक्षिण तट पर रम्य नामक क्षेत्र का एक ग्राम। महापुराण में इसे भरतक्षेत्र बताया गया है। <span class="GRef"> महापुराण 71. 390</span>, <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_60#62|हरिवंशपुराण - 60.62-63]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:25, 27 November 2023
(1) जंबूद्वीप में भरतक्षेत्र के मगध देश का एक ग्राम। वसुदेव पूर्वभव में इसी नगर के एक दरिद्र ब्राह्मण के पुत्र थे। शाल्मलि और शाल्मलिखंड इसके अपर नाम थे। महापुराण 71. 416 पद्मपुराण - 109.35-37, हरिवंशपुराण - 18.127, 43.99, 60.109
(2) जंबूद्वीप के विदेहक्षेत्र में सीता नदी के दक्षिण तट पर रम्य नामक क्षेत्र का एक ग्राम। महापुराण में इसे भरतक्षेत्र बताया गया है। महापुराण 71. 390, हरिवंशपुराण - 60.62-63