सुमित्रा: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(3 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) चारुदत्त के मामा सर्वार्थ की | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) चारुदत्त के मामा सर्वार्थ की स्त्री। मित्रवती इसकी पुत्री थी। <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_21#38|हरिवंशपुराण - 21.38]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) एक दिक्कुमारी | <p id="2" class="HindiText">(2) एक दिक्कुमारी देवी। <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#227|हरिवंशपुराण - 5.227]] </span></p> | ||
<p id="3">(3) जंबूद्वीप संबंधी अरिष्टपुर नगर के राजा वासव की | <p id="3" class="HindiText">(3) जंबूद्वीप संबंधी अरिष्टपुर नगर के राजा वासव की रानी। वसुसेन इसका पुत्र था। यह पुत्र के मोह से पति के दीक्षित हो जाने पर भी दीक्षा नहीं ले सकी थी। कदाचित पुत्र का भी वियोग हो गया,अत: पति और पुत्र के वियोगजन्य तीव्र शोक से उत्पन्न दुख से पीडित होकर वह मरकर भीलनी हुई। यह कृष्ण की पटरानी लक्ष्मणा के पूर्वभव का जीव है। <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_60#74|हरिवंशपुराण - 60.74-78]] </span></p> | ||
<p id="4">(4) कौशांबी नगरी के सुभद्र | <p id="4" class="HindiText">(4) कौशांबी नगरी के सुभद्र सेठ की स्त्री। कृष्ण की पटरानी गौरी के पूर्वभव के जीव, धर्ममति के कन्या की यह माता थी। <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_60#94|हरिवंशपुराण - 60.94]], 101 </span></p> | ||
<p id="5">(5) कमलसंकुल नगर के राजा सुबंधुतिलक और रानी मित्रा की | <p id="5" class="HindiText">(5) कमलसंकुल नगर के राजा सुबंधुतिलक और रानी मित्रा की पुत्री। यह राजा दशरथ की रानी और लक्ष्मण की जननी थी। <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_22#173|पद्मपुराण - 22.173-175]], 25.23, 26 </span></p> | ||
<p id="6">(6) सेठ सुदत्त की | <p id="6" class="HindiText">(6) सेठ सुदत्त की स्त्री। <span class="GRef"> महापुराण 59.148, 188-192 </span>देखें [[ सुमित्रदत्तिका ]]</p> | ||
</div> | </div> | ||
Line 14: | Line 14: | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] | |||
[[Category: स]] | [[Category: स]] |
Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
(1) चारुदत्त के मामा सर्वार्थ की स्त्री। मित्रवती इसकी पुत्री थी। हरिवंशपुराण - 21.38
(2) एक दिक्कुमारी देवी। हरिवंशपुराण - 5.227
(3) जंबूद्वीप संबंधी अरिष्टपुर नगर के राजा वासव की रानी। वसुसेन इसका पुत्र था। यह पुत्र के मोह से पति के दीक्षित हो जाने पर भी दीक्षा नहीं ले सकी थी। कदाचित पुत्र का भी वियोग हो गया,अत: पति और पुत्र के वियोगजन्य तीव्र शोक से उत्पन्न दुख से पीडित होकर वह मरकर भीलनी हुई। यह कृष्ण की पटरानी लक्ष्मणा के पूर्वभव का जीव है। हरिवंशपुराण - 60.74-78
(4) कौशांबी नगरी के सुभद्र सेठ की स्त्री। कृष्ण की पटरानी गौरी के पूर्वभव के जीव, धर्ममति के कन्या की यह माता थी। हरिवंशपुराण - 60.94, 101
(5) कमलसंकुल नगर के राजा सुबंधुतिलक और रानी मित्रा की पुत्री। यह राजा दशरथ की रानी और लक्ष्मण की जननी थी। पद्मपुराण - 22.173-175, 25.23, 26
(6) सेठ सुदत्त की स्त्री। महापुराण 59.148, 188-192 देखें सुमित्रदत्तिका