संस्थान विचय धर्म ध्यान: Difference between revisions
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Latest revision as of 17:21, 18 February 2024
धवला 13/5,4,26/गाथा 43-50/72/13 तिण्णं लोगाणं संठाणपमाणाआउयादिचिंतणं संठाणविचयं णाम चउत्थं धम्मज्झाणं।
तीन लोकों के संस्थान, प्रमाण और आयु आदि का चिंतवन करना संस्थान विचय नाम का चौथा धर्म ध्यान है।
अधिक जानकारी के लिए देखें धर्मध्यान - 1।