निषिक्त: Difference between revisions
From जैनकोष
No edit summary |
No edit summary |
||
(4 intermediate revisions by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<span class="GRef"> धवला 14/5,6,246/332/9 </span><span class="PrakritText">पढमसमए पदेसग्गं णिसित्तं पढमसमयबद्धपदेसग्गं त्ति भणिदं होदि। </span>=<span class="HindiText">प्रथम समय में प्रदेशाग्र निषिक्त किया है। अर्थात् प्रथमसमय जो प्रदेशाग्र बाँधा गया है, यह तात्पर्य है। </span> | |||
<noinclude> | |||
[[ | [[ निषादिनी | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[Category:न]] | [[ निषिद्धिका | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | |||
[[Category: न]] | |||
[[Category: करणानुयोग]] |
Latest revision as of 16:21, 17 September 2022
धवला 14/5,6,246/332/9 पढमसमए पदेसग्गं णिसित्तं पढमसमयबद्धपदेसग्गं त्ति भणिदं होदि। =प्रथम समय में प्रदेशाग्र निषिक्त किया है। अर्थात् प्रथमसमय जो प्रदेशाग्र बाँधा गया है, यह तात्पर्य है।