बहुशिलापटल: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> रत्नप्रभा नाम की प्रथम नरकभूमि के तीन भागों में प्रथम खरभाग का सोलहवाँ (अंतिम) पटल । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 4.43, 47-48, 52-54 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> रत्नप्रभा नाम की प्रथम नरकभूमि के तीन भागों में प्रथम खरभाग का सोलहवाँ (अंतिम) पटल । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_4#43|हरिवंशपुराण - 4.43]],[[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_4#47|हरिवंशपुराण - 4.47]]-48, 52-54 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
रत्नप्रभा नाम की प्रथम नरकभूमि के तीन भागों में प्रथम खरभाग का सोलहवाँ (अंतिम) पटल । हरिवंशपुराण - 4.43,हरिवंशपुराण - 4.47-48, 52-54