पद्मोत्तमा: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> चंद्राभ नगर के राजा तथा उसकी रानी तिलोत्तमा की पुत्री । सर्प द्वारा काटे जाने पर जीवंधरकुमार द्वारा इसका विष दूर किया गया था । राजा ने जीवंधर के इस कार्य से प्रभावित होकर इसका जीवंधर के साथ विवाह कर दिया या । <span class="GRef"> महापुराण 75.391-400 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> चंद्राभ नगर के राजा तथा उसकी रानी तिलोत्तमा की पुत्री । सर्प द्वारा काटे जाने पर जीवंधरकुमार द्वारा इसका विष दूर किया गया था । राजा ने जीवंधर के इस कार्य से प्रभावित होकर इसका जीवंधर के साथ विवाह कर दिया या । <span class="GRef"> महापुराण 75.391-400 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:11, 27 November 2023
चंद्राभ नगर के राजा तथा उसकी रानी तिलोत्तमा की पुत्री । सर्प द्वारा काटे जाने पर जीवंधरकुमार द्वारा इसका विष दूर किया गया था । राजा ने जीवंधर के इस कार्य से प्रभावित होकर इसका जीवंधर के साथ विवाह कर दिया या । महापुराण 75.391-400