अमल: Difference between revisions
From जैनकोष
Vandana Jain (talk | contribs) No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(One intermediate revision by the same user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) राजा समुद्रविजय का मंत्री । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 50.49 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) राजा समुद्रविजय का मंत्री । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_50#49|हरिवंशपुराण - 50.49]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) शोभपुर नगर का राजा । अंत में यह पुत्र को राज्य सौंपकर आठ गांवों का प्रमाण करके श्रावक हो गया तथा मरकर स्वर्ग में देव हुआ । <span class="GRef"> पद्मपुराण 80.189-195 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) शोभपुर नगर का राजा । अंत में यह पुत्र को राज्य सौंपकर आठ गांवों का प्रमाण करके श्रावक हो गया तथा मरकर स्वर्ग में देव हुआ । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_80#189|पद्मपुराण - 80.189-195]] </span></p> | ||
<p id="3">(3) लंका का एक देश । <span class="GRef"> पद्मपुराण 6.66-68 </span></p> | <p id="3" class="HindiText">(3) लंका का एक देश । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_6#66|पद्मपुराण - 6.66-68]] </span></p> | ||
<p id="4">(4) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । <span class="GRef"> महापुराण 25.112 </span></p> | <p id="4" class="HindiText">(4) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । <span class="GRef"> महापुराण 25.112 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 14:39, 27 November 2023
(1) राजा समुद्रविजय का मंत्री । हरिवंशपुराण - 50.49
(2) शोभपुर नगर का राजा । अंत में यह पुत्र को राज्य सौंपकर आठ गांवों का प्रमाण करके श्रावक हो गया तथा मरकर स्वर्ग में देव हुआ । पद्मपुराण - 80.189-195
(3) लंका का एक देश । पद्मपुराण - 6.66-68
(4) सौधर्मेंद्र द्वारा स्तुत वृषभदेव का एक नाम । महापुराण 25.112