एकेंद्रियजाति: Difference between revisions
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<span class="GRef"> सर्वार्थसिद्धि/8/11/389/5 </span><span class="SanskritText">यदुदयात्मा एकेंद्रिय इति शब्द्यते तदेकेंद्रियजातिनाम। एवं शेषेष्वपि योज्यम् ।</span> =<span class="HindiText">जिसके उदय से आत्मा एकेंद्रिय कहा जाता है वह '''एकेंद्रिय जाति''' नामकर्म है। इसी प्रकार शेष जातियों में भी लागू कर लेना चाहिए। | <span class="GRef"> सर्वार्थसिद्धि/8/11/389/5 </span><span class="SanskritText">यदुदयात्मा एकेंद्रिय इति शब्द्यते तदेकेंद्रियजातिनाम। एवं शेषेष्वपि योज्यम् ।</span> =<span class="HindiText">जिसके उदय से आत्मा एकेंद्रिय कहा जाता है वह '''एकेंद्रिय जाति''' नामकर्म है। इसी प्रकार शेष जातियों में भी लागू कर लेना चाहिए। <span class="GRef">( राजवार्तिक/8/11/2/576/13 )</span> | ||
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Latest revision as of 22:16, 17 November 2023
सर्वार्थसिद्धि/8/11/389/5 यदुदयात्मा एकेंद्रिय इति शब्द्यते तदेकेंद्रियजातिनाम। एवं शेषेष्वपि योज्यम् । =जिसके उदय से आत्मा एकेंद्रिय कहा जाता है वह एकेंद्रिय जाति नामकर्म है। इसी प्रकार शेष जातियों में भी लागू कर लेना चाहिए। ( राजवार्तिक/8/11/2/576/13 )
नामकर्म की एक प्रकृति-देखें जाति (नामकर्म))