सल्लकी: Difference between revisions
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भरतक्षेत्र का एक वन मृदुमति मुनि मरकर माया कषाय के कारण इसी वन में त्रिलोककंटक हाथी हुआ था । महापुराण 59.197 देखें त्रिलोक कंटक