कार्तवीर्य: Difference between revisions
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<span class="HindiText"> ईशावती नगरी का राजा और आठवें चक्रवर्ती सुभौम का पिता । इसकी रानी और सुभौम की जननी का नाम तारा था । गजपुर (हस्तिनापुर) नगर में कौरववंश में उत्पन्न हुए इसने कामधेनु के लोभ से जमदग्नि तपस्वी को मार डाला तथा यह भी जमदग्नि के पुत्र परशुराम द्वारा मारा गया था । गर्भवती इसकी रानी तारा भयभीत होकर गुप्त रूप से कौशिक ऋषि के आश्रम में जा पहुंची । वही उसके पुत्र हुआ तथा भूमिगृह में उत्पन्न होने से उसका नाम सुभौम रखा गया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_20#171|पद्मपुराण - 20.171-172]], </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 25.8-13 </span> | <span class="HindiText"> ईशावती नगरी का राजा और आठवें चक्रवर्ती सुभौम का पिता । इसकी रानी और सुभौम की जननी का नाम तारा था । गजपुर (हस्तिनापुर) नगर में कौरववंश में उत्पन्न हुए इसने कामधेनु के लोभ से जमदग्नि तपस्वी को मार डाला तथा यह भी जमदग्नि के पुत्र परशुराम द्वारा मारा गया था । गर्भवती इसकी रानी तारा भयभीत होकर गुप्त रूप से कौशिक ऋषि के आश्रम में जा पहुंची । वही उसके पुत्र हुआ तथा भूमिगृह में उत्पन्न होने से उसका नाम सुभौम रखा गया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_20#171|पद्मपुराण - 20.171-172]], </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_25#8|हरिवंशपुराण - 25.8-13]] </span> | ||
Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
ईशावती नगरी का राजा और आठवें चक्रवर्ती सुभौम का पिता । इसकी रानी और सुभौम की जननी का नाम तारा था । गजपुर (हस्तिनापुर) नगर में कौरववंश में उत्पन्न हुए इसने कामधेनु के लोभ से जमदग्नि तपस्वी को मार डाला तथा यह भी जमदग्नि के पुत्र परशुराम द्वारा मारा गया था । गर्भवती इसकी रानी तारा भयभीत होकर गुप्त रूप से कौशिक ऋषि के आश्रम में जा पहुंची । वही उसके पुत्र हुआ तथा भूमिगृह में उत्पन्न होने से उसका नाम सुभौम रखा गया था । पद्मपुराण - 20.171-172, हरिवंशपुराण - 25.8-13