बृहस्पति: Difference between revisions
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<p id="2">(2) उज्जयिनी के राजा श्रीधर्मा का द्वितीय मंत्री । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 20.4 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) उज्जयिनी के राजा श्रीधर्मा का द्वितीय मंत्री । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_20#4|हरिवंशपुराण - 20.4]] </span></p> | ||
<p id="3">(3) एक साधु (मुनि) । इनके कहने से ही सिंहदंष्ट्र ने अपनी पुत्री नीलयशा कुमार वसुदेव को दी थी । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 23.8 </span></p> | <p id="3" class="HindiText">(3) एक साधु (मुनि) । इनके कहने से ही सिंहदंष्ट्र ने अपनी पुत्री नीलयशा कुमार वसुदेव को दी थी । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_23#8|हरिवंशपुराण - 23.8]] </span></p> | ||
<p id="4">(4) संघाधिपति सेठ मेरुदत्त का विद्वान् और शास्त्रज्ञ मंत्री । <span class="GRef"> महापुराण 46. 113 </span></p> | <p id="4" class="HindiText">(4) संघाधिपति सेठ मेरुदत्त का विद्वान् और शास्त्रज्ञ मंत्री । <span class="GRef"> महापुराण 46. 113 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
- ज्योतिष देवों के 88 ग्रहों में से एक ग्रह बृहस्पति है | ग्रह के अन्य प्रकारों के लिए देखें - ग्रह ;
- बृहस्पति ग्रह का लोक में अवस्थान एवं संबंधित अन्य जानकारी के लिए देखें - ज्योतिष_लोक ।
- पद्म चक्रवर्ती का मंत्री और बलिका सहवर्ती संबंधित अन्य जानकारी के लिए देखें - बलि ।
पुराणकोष से
(1) इंद्र का प्रभावशाली मंत्री । पद्मपुराण - 7.31
(2) उज्जयिनी के राजा श्रीधर्मा का द्वितीय मंत्री । हरिवंशपुराण - 20.4
(3) एक साधु (मुनि) । इनके कहने से ही सिंहदंष्ट्र ने अपनी पुत्री नीलयशा कुमार वसुदेव को दी थी । हरिवंशपुराण - 23.8
(4) संघाधिपति सेठ मेरुदत्त का विद्वान् और शास्त्रज्ञ मंत्री । महापुराण 46. 113