सिरिपाल चरिउ: Difference between revisions
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<li>कवि ब्रह्म दोमीदर (वि.श. | <li>कवि ब्रह्म दोमीदर (वि.श.16 उत्तरार्ध) कृत अपभ्रंश काव्य। <span class="GRef">(तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/196)।</span></li> | ||
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Latest revision as of 22:36, 17 November 2023
- कवि रइधु (वि.1475-1556) कृत श्रीपाल मैना सुंदरी आख्यान। अपभ्रंश काव्य। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/203)।
- कवि ब्रह्म दोमीदर (वि.श.16 उत्तरार्ध) कृत अपभ्रंश काव्य। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/196)।