अस्ति नास्ति प्रवाद: Difference between revisions
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<p><span class="GRef"> राजवार्तिक/1/20/12/-74/11 </span> <span class="SanskritText">तत्र पूर्वगतं चतुर्दशप्रकारम् ।....पंचानामस्तिकायानामर्थो नयानां चानेकपर्यायै:...यत्रावभासितं तदस्तिनास्तिप्रवादम् । </span> =<span class="HindiText">पूर्वगत के उत्पादपूर्व आदि चौदह भेद हैं। <br> | |||
<strong>अस्तिनास्तिप्रवाद</strong> में पाँचों अस्तिकायों का और नयों का अस्ति-नास्ति आदि अनेक पर्यायों द्वारा विवेचन है। </p> | |||
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राजवार्तिक/1/20/12/-74/11 तत्र पूर्वगतं चतुर्दशप्रकारम् ।....पंचानामस्तिकायानामर्थो नयानां चानेकपर्यायै:...यत्रावभासितं तदस्तिनास्तिप्रवादम् । =पूर्वगत के उत्पादपूर्व आदि चौदह भेद हैं।
अस्तिनास्तिप्रवाद में पाँचों अस्तिकायों का और नयों का अस्ति-नास्ति आदि अनेक पर्यायों द्वारा विवेचन है।
अन्य प्रवादों की जानकारी हेतु देखें शब्द लिंगज श्रुतज्ञान विशेष
श्रुतज्ञान सम्बन्धित जानकारी के लिए देखें श्रुतज्ञान - III।