चारणप्रिय: Difference between revisions
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Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
प्रमद वन के सात वनों में पाँचवां वन । यह वन पापापहारी है । इसमें चारणऋद्धिधारी मुनिराज स्वाध्याय-रत रहते हैं । पद्मपुराण - 46.141-143, 150