असमवायी: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
No edit summary |
||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p>देखें [[ समवाय ]]</p> | <p class="HindiText"> वैशेषिक दर्शन के अनुसार असमवायी ऐसा कारण है जिसका कार्य से नित्य संबंध न हो, केवल आकस्मिक संबंध हो (ऐसा कारण सदा कर्म या गुण ही होता है, द्रव्य नहीं होता); जैसे—हाथ से मूसल का किसी वस्तु पर आघात करना, असमवायि कारण होता है। </br> | ||
इस विषय के मूल की जानकारी के लिए देखें [[ समवाय ]]</p> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ असना | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ असमीक्षाधिकरण | [[ असमीक्षाधिकरण | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: अ]] | [[Category: अ]] | ||
[[Category: द्रव्यानुयोग]] |
Latest revision as of 18:33, 17 February 2023
वैशेषिक दर्शन के अनुसार असमवायी ऐसा कारण है जिसका कार्य से नित्य संबंध न हो, केवल आकस्मिक संबंध हो (ऐसा कारण सदा कर्म या गुण ही होता है, द्रव्य नहीं होता); जैसे—हाथ से मूसल का किसी वस्तु पर आघात करना, असमवायि कारण होता है।
इस विषय के मूल की जानकारी के लिए देखें समवाय