सप्तच्छद: Difference between revisions
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<p> सात पत्रों के स्तवकों से युक्त― एक वृक्ष । तीर्थंकर धर्मनाथ को इसी वृक्ष के नीचे केवलज्ञान हुआ था । अपर नाम सप्तपर्ण । महापुराण 61.42</p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> सात पत्रों के स्तवकों से युक्त― एक वृक्ष । तीर्थंकर धर्मनाथ को इसी वृक्ष के नीचे केवलज्ञान हुआ था । अपर नाम सप्तपर्ण । <span class="GRef"> महापुराण 61.42 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:25, 27 November 2023
सात पत्रों के स्तवकों से युक्त― एक वृक्ष । तीर्थंकर धर्मनाथ को इसी वृक्ष के नीचे केवलज्ञान हुआ था । अपर नाम सप्तपर्ण । महापुराण 61.42