सप्तच्छद
From जैनकोष
सात पत्रों के स्तवकों से युक्त― एक वृक्ष । तीर्थंकर धर्मनाथ को इसी वृक्ष के नीचे केवलज्ञान हुआ था । अपर नाम सप्तपर्ण । महापुराण 61.42
सात पत्रों के स्तवकों से युक्त― एक वृक्ष । तीर्थंकर धर्मनाथ को इसी वृक्ष के नीचे केवलज्ञान हुआ था । अपर नाम सप्तपर्ण । महापुराण 61.42