धनमित्रा: Difference between revisions
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<p id="1"> (1) उज्ययिनीनगर के सेठ धनदेव की स्त्री । महाबल का जीव इसका नागदत्त नामक पुत्र हुआ । इसकी बहिन अर्थस्वामिनी थी । पति द्वारा त्याग दिये जाने से | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) उज्ययिनीनगर के सेठ धनदेव की स्त्री । महाबल का जीव इसका नागदत्त नामक पुत्र हुआ । इसकी बहिन अर्थस्वामिनी थी । पति द्वारा त्याग दिये जाने से देशांतर में इसने शीलदत्त गुरु के पुत्र धावक के व्रत ग्रहण किये और शास्त्राभ्यास के लिए अपना पुत्र उन्हें ही सौंप दिया । नागदत्त ने अपनी बहिन का विवाह मामा के पुत्र कुलवाणिज के साथ कर दिया । <span class="GRef"> महापुराण 75.95-105 </span></p> | ||
<p id="2">(2) मगध देश में सुप्रष्ठिनगर के निवासी सेठ सागरदत्त के पुत्र कुबेरदत्त की स्त्री, प्रीतिंकर की जननी । <span class="GRef"> महापुराण 76.216-218, 240-241 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) मगध देश में सुप्रष्ठिनगर के निवासी सेठ सागरदत्त के पुत्र कुबेरदत्त की स्त्री, प्रीतिंकर की जननी । <span class="GRef"> महापुराण 76.216-218, 240-241 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:11, 27 November 2023
(1) उज्ययिनीनगर के सेठ धनदेव की स्त्री । महाबल का जीव इसका नागदत्त नामक पुत्र हुआ । इसकी बहिन अर्थस्वामिनी थी । पति द्वारा त्याग दिये जाने से देशांतर में इसने शीलदत्त गुरु के पुत्र धावक के व्रत ग्रहण किये और शास्त्राभ्यास के लिए अपना पुत्र उन्हें ही सौंप दिया । नागदत्त ने अपनी बहिन का विवाह मामा के पुत्र कुलवाणिज के साथ कर दिया । महापुराण 75.95-105
(2) मगध देश में सुप्रष्ठिनगर के निवासी सेठ सागरदत्त के पुत्र कुबेरदत्त की स्त्री, प्रीतिंकर की जननी । महापुराण 76.216-218, 240-241