भार्गवाचार्य: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(4 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> धनुर्विद्या में प्रसिद्ध आचार्य । इनकी शिष्य | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> धनुर्विद्या में प्रसिद्ध आचार्य । इनकी शिष्य परंपरा में क्रमश: निम्न व्यक्ति हुए हैं― आत्रेय, कौथुमि, अमरावर्त, सित, वामदेव, कपिष्ठल, जगत्स्थामा, सरवर, शरासन, रावण, विद्रावण और द्रोणाचार्य । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_45#43|हरिवंशपुराण - 45.43-48]] </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ भार्गव | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ भार्गव | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ भार्गवाचार्य की वंश | [[ भार्गवाचार्य की वंश परंपरा | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: भ]] | [[Category: भ]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
धनुर्विद्या में प्रसिद्ध आचार्य । इनकी शिष्य परंपरा में क्रमश: निम्न व्यक्ति हुए हैं― आत्रेय, कौथुमि, अमरावर्त, सित, वामदेव, कपिष्ठल, जगत्स्थामा, सरवर, शरासन, रावण, विद्रावण और द्रोणाचार्य । हरिवंशपुराण - 45.43-48