वड्ढमाणचरिउ: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(4 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
कवि श्रीधर (वि. श. 12 का उत्तरार्ध) कृत 10 | कवि श्रीधर (वि. श. 12 का उत्तरार्ध) कृत 10 संधियों वाला अपभ्रंश काव्य। <span class="GRef">(तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/142)</span>। | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 8: | Line 8: | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: व]] | [[Category: व]] | ||
[[Category: इतिहास]] |
Latest revision as of 22:35, 17 November 2023
कवि श्रीधर (वि. श. 12 का उत्तरार्ध) कृत 10 संधियों वाला अपभ्रंश काव्य। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/142)।