वट्टकेर
From जैनकोष
−‘मूलाचार’ के कर्ता जिन्हें कुछ विद्वान् कुंदकुंद का अपर नाम समझते हैं। आप दक्षिण देशस्थ ‘वेट्टगिरि’ ग्राम के निवासी थे। समय–कुंदकुंद के समकालीन होने से वी. नि. 654-706 (ई. 127-179); (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/2/117-120)।