स्तेनाहृतादान: Difference between revisions
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
अचौर्य अणुव्रत के पाँच अतिचारों में दूसरा अतिचार । चोरों के द्वारा चुराकर लाई हुई वस्तु को खरीदना, खरिदवाना तथा खरीदने वालों को अनुमोदना करना स्तेनाहृतादान है । हरिवंशपुराण - 58.171