स्वस्तिमति: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
mNo edit summary |
||
(4 intermediate revisions by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<span class="GRef"> पद्मपुराण/11/ </span>श्लोक <span class="HindiText">क्षीरकदंबकी स्त्री। पर्वत, वसु व नारद को गुरुमाता थी (14) इसने 'अजैर्यष्टव्यम्' का विपरीत समर्थन करने के लिए वसुराजा को प्रेरित किया था (59)।</span> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 8: | Line 8: | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: स]] | [[Category: स]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 23:05, 4 October 2022
पद्मपुराण/11/ श्लोक क्षीरकदंबकी स्त्री। पर्वत, वसु व नारद को गुरुमाता थी (14) इसने 'अजैर्यष्टव्यम्' का विपरीत समर्थन करने के लिए वसुराजा को प्रेरित किया था (59)।