स्वस्तिमती
From जैनकोष
शक्तिमती नगरी के निवासी क्षीरकदंब ब्राह्मण की स्त्री । इसके पुत्र का नाम पर्वत था । यह नारद और राजा वसु की गुरुमाता थी । ‘‘अजैर्यष्टव्यम्’’ के अर्थ को लेकर नारद और पर्वत के बीच हुए विवाद में इसने पर्वत की विजय कराने के लिए राजा वसु से पर्वत का समर्थन कराया था । पद्मपुराण - 11.13-14, 19, 46-63, हरिवंशपुराण - 17.38-39,हरिवंशपुराण - 17.64-65, 69, 110 देखें पर्वत