सुकांत: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
|||
(5 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p id="1"> (1) वाराणसी नगरी के राजा | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) वाराणसी नगरी के राजा अकंपन और रानी सुप्रभादेवी का पुत्र । यह सुलोचना और लक्ष्मीमती का भाई था । <span class="GRef"> महापुराण 43.124-135 </span></p> | ||
<p id="2">(2) मृणालवती नगरी के सेठ अशोकदेव और जिनदत्ता का पुत्र । इसका विवाह इसी नगरी में श्रीदत्त सेठ की पुत्री रतिवेगा से हुआ था । <span class="GRef"> महापुराण 46.105, 108, 47.103, 106 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) मृणालवती नगरी के सेठ अशोकदेव और जिनदत्ता का पुत्र । इसका विवाह इसी नगरी में श्रीदत्त सेठ की पुत्री रतिवेगा से हुआ था । <span class="GRef"> महापुराण 46.105, 108, 47.103, 106 </span></p> | ||
<p id="3">(3) चक्रवर्ती भरतेश का पुत्र । इसने जयकुमार के साथ दीक्षा ले ली थी । <span class="GRef"> महापुराण 47.281-283 </span></p> | <p id="3" class="HindiText">(3) चक्रवर्ती भरतेश का पुत्र । इसने जयकुमार के साथ दीक्षा ले ली थी । <span class="GRef"> महापुराण 47.281-283 </span></p> | ||
<p id="4">(4) व्याघ्रपुर नगर का राजा इसकी पुत्री शीला और पुत्र | <p id="4" class="HindiText">(4) व्याघ्रपुर नगर का राजा इसकी पुत्री शीला और पुत्र सिंहेंदु था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_80#173|पद्मपुराण - 80.173-174]] </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ सुकरिका | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ सुकरिका | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ सुकांता | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: स]] | [[Category: स]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
(1) वाराणसी नगरी के राजा अकंपन और रानी सुप्रभादेवी का पुत्र । यह सुलोचना और लक्ष्मीमती का भाई था । महापुराण 43.124-135
(2) मृणालवती नगरी के सेठ अशोकदेव और जिनदत्ता का पुत्र । इसका विवाह इसी नगरी में श्रीदत्त सेठ की पुत्री रतिवेगा से हुआ था । महापुराण 46.105, 108, 47.103, 106
(3) चक्रवर्ती भरतेश का पुत्र । इसने जयकुमार के साथ दीक्षा ले ली थी । महापुराण 47.281-283
(4) व्याघ्रपुर नगर का राजा इसकी पुत्री शीला और पुत्र सिंहेंदु था । पद्मपुराण - 80.173-174