अनुमतिका: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(2 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> सुकुमारिका का जीव । इसने सुव्रत मुनि को विष मिश्रित आहार देकर मार डाला था । बहुत काल तक नरक-दुःख भोगने के बाद अंत में | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> सुकुमारिका का जीव । इसने सुव्रत मुनि को विष मिश्रित आहार देकर मार डाला था । बहुत काल तक नरक-दुःख भोगने के बाद अंत में निदान पूर्वक किये गये तप से यह द्रौपदी हुई थी । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_46#50|हरिवंशपुराण - 46.50-57]] </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: अ]] | [[Category: अ]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 14:39, 27 November 2023
सुकुमारिका का जीव । इसने सुव्रत मुनि को विष मिश्रित आहार देकर मार डाला था । बहुत काल तक नरक-दुःख भोगने के बाद अंत में निदान पूर्वक किये गये तप से यह द्रौपदी हुई थी । हरिवंशपुराण - 46.50-57