अंतरदीप: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(3 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p class="HindiText"> कुमनुष्यों (कुभोगभूमि के मनुष्यों) की निवासभूमि । चक्रवर्ती भरत का ऐसे अनेक द्वीपों पर आधिपत्य था । <span class="GRef"> महापुराण 37.65 </span>।</p> <p class="HindiText"> विंध्याचल के बीच भी संध्याकार में एक ऐसा ही द्वीप था जिसमें संध्याकार नाम का नगर था । यहाँ हिडंब वंश में उत्पन्न राजा सिंहघोष रहता था । इसकी पुत्री हृदय सुंदरी के साथ भीम का विवाह हुआ था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_45#114|हरिवंशपुराण - 45.114-118]] </span></p> | |||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: अ]] | [[Category: अ]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] | |||
[[Category: करणानुयोग]] |
Latest revision as of 14:40, 27 November 2023
कुमनुष्यों (कुभोगभूमि के मनुष्यों) की निवासभूमि । चक्रवर्ती भरत का ऐसे अनेक द्वीपों पर आधिपत्य था । महापुराण 37.65 ।
विंध्याचल के बीच भी संध्याकार में एक ऐसा ही द्वीप था जिसमें संध्याकार नाम का नगर था । यहाँ हिडंब वंश में उत्पन्न राजा सिंहघोष रहता था । इसकी पुत्री हृदय सुंदरी के साथ भीम का विवाह हुआ था । हरिवंशपुराण - 45.114-118