दर्शनोपयोग: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
No edit summary |
||
(3 intermediate revisions by one other user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
< | <span class="HindiText"> उपयोग का एक भेद-अनाकार-अविकल्प उपयोग । यह वस्तु को सामान्य रूप से ग्रहण करता है । इसके चार भेद हैं― चक्षुदर्शन, अचक्षुदर्शन, अवधिदर्शन और केवलदर्शन । <span class="GRef"> महापुराण 24.100-102, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_105#147|पद्मपुराण - 105.147-148]] </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 22.71 </span></span> | ||
Latest revision as of 09:53, 24 December 2023
उपयोग का एक भेद-अनाकार-अविकल्प उपयोग । यह वस्तु को सामान्य रूप से ग्रहण करता है । इसके चार भेद हैं― चक्षुदर्शन, अचक्षुदर्शन, अवधिदर्शन और केवलदर्शन । महापुराण 24.100-102, पद्मपुराण - 105.147-148 पांडवपुराण 22.71