रघु: Difference between revisions
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इक्ष्वाकु वंश में अयोध्या नगरी का राजा था | == सिद्धांतकोष से == | ||
<div class="HindiText">इक्ष्वाकु वंश में अयोध्या नगरी का राजा था <span class="GRef">( पद्मपुराण/22/160 )</span>। अनुमानतः इसी से रघुवंश की उत्पत्ति हुई हो ।</div> | |||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<p> जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र की कौशांबी नगरी के राजा मधवा और रानी वीतशोका का पुत्र । यह अणुव्रतों का पालन करते हुए मरा और सौधर्म स्वर्ग में सूर्यप्रभ देव हुआ । <span class="GRef"> महापुराण 70. 63-64, 79 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> (1) जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र की कौशांबी नगरी के राजा मधवा और रानी वीतशोका का पुत्र । यह अणुव्रतों का पालन करते हुए मरा और सौधर्म स्वर्ग में सूर्यप्रभ देव हुआ । <span class="GRef"> (महापुराण 70. 63-64, 79) </span></p> | ||
<p id="2">(2) इक्ष्वाकुवंश में उत्पन्न अयोध्या के राजा ककुत्थ का पुत्र । यह अनरण्य का पिता और दशरथ का दादा था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 22.158-160 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) इक्ष्वाकुवंश में उत्पन्न अयोध्या के राजा ककुत्थ का पुत्र । यह अनरण्य का पिता और दशरथ का दादा था । <span class="GRef"> ([[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_22#158|पद्मपुराण - 22.158-160]]) </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
इक्ष्वाकु वंश में अयोध्या नगरी का राजा था ( पद्मपुराण/22/160 )। अनुमानतः इसी से रघुवंश की उत्पत्ति हुई हो ।
पुराणकोष से
(1) जंबूद्वीप के भरतक्षेत्र की कौशांबी नगरी के राजा मधवा और रानी वीतशोका का पुत्र । यह अणुव्रतों का पालन करते हुए मरा और सौधर्म स्वर्ग में सूर्यप्रभ देव हुआ । (महापुराण 70. 63-64, 79)
(2) इक्ष्वाकुवंश में उत्पन्न अयोध्या के राजा ककुत्थ का पुत्र । यह अनरण्य का पिता और दशरथ का दादा था । (पद्मपुराण - 22.158-160)