मेखला: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(3 intermediate revisions by 3 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) जंबूद्वीप में भरतक्षेत्र के आर्यखंड की एक नदी । चक्रवर्ती भरतेश की सेना यहाँ आयी थी । <span class="GRef"> महापुराण 29.52 </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) जंबूद्वीप में भरतक्षेत्र के आर्यखंड की एक नदी । चक्रवर्ती भरतेश की सेना यहाँ आयी थी । <span class="GRef"> महापुराण 29.52 </span></p> | ||
<p id="2">(2) कटिभाग का आवर्तक एक आभूषण-करधनी । इसे पुरुष भी धारण करते थे । <span class="GRef"> महापुराण 3.27, 15.23 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) कटिभाग का आवर्तक एक आभूषण-करधनी । इसे पुरुष भी धारण करते थे । <span class="GRef"> महापुराण 3.27, 15.23 </span></p> | ||
<p id="3">(3) लंका का समीपवर्ती वन । राम और रावण के युद्ध में हताहत योद्धा यहाँ शीतल उपचार प्राप्त करते थे । <span class="GRef"> पद्मपुराण 8.452-543 </span></p> | <p id="3" class="HindiText">(3) लंका का समीपवर्ती वन । राम और रावण के युद्ध में हताहत योद्धा यहाँ शीतल उपचार प्राप्त करते थे । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_8#452|पद्मपुराण - 8.452-543]] </span></p> | ||
<p id="4">(4) भरतक्षेत्र का एक देश । लवणांकुश और मदनांकुश ने इस पर विजय की थी । <span class="GRef"> पद्मपुराण 101. 83 </span></p> | <p id="4" class="HindiText">(4) भरतक्षेत्र का एक देश । लवणांकुश और मदनांकुश ने इस पर विजय की थी । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_101#83|पद्मपुराण - 101.83]] </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Line 13: | Line 13: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: म]] | [[Category: म]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
(1) जंबूद्वीप में भरतक्षेत्र के आर्यखंड की एक नदी । चक्रवर्ती भरतेश की सेना यहाँ आयी थी । महापुराण 29.52
(2) कटिभाग का आवर्तक एक आभूषण-करधनी । इसे पुरुष भी धारण करते थे । महापुराण 3.27, 15.23
(3) लंका का समीपवर्ती वन । राम और रावण के युद्ध में हताहत योद्धा यहाँ शीतल उपचार प्राप्त करते थे । पद्मपुराण - 8.452-543
(4) भरतक्षेत्र का एक देश । लवणांकुश और मदनांकुश ने इस पर विजय की थी । पद्मपुराण - 101.83