आग्नेयास्त्र: Difference between revisions
From जैनकोष
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
(Imported from text file) |
||
(One intermediate revision by the same user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<div class="HindiText"> <p> कराल अग्नि-ज्वालाओं से युक्त एक विद्यास्त्र (बाण) इसे वारुणास्त्र से नष्ट किया जाता था । देवोपनीत एव दैदीप्यमान इस अस्त्र को चिंतावेग नामक देव ने राम और लक्ष्मण को दिया था । यह अस्त्र जरासंध के पास भी था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 12.322-324,60.131-138,74.102-103 </span>। <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 25.47, 52.52 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> कराल अग्नि-ज्वालाओं से युक्त एक विद्यास्त्र (बाण) इसे वारुणास्त्र से नष्ट किया जाता था । देवोपनीत एव दैदीप्यमान इस अस्त्र को चिंतावेग नामक देव ने राम और लक्ष्मण को दिया था । यह अस्त्र जरासंध के पास भी था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_12#322|पद्मपुराण - 12.322-324]],60.131-138,74.102-103 </span>। <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_25#47|हरिवंशपुराण - 25.47]],[[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_25#52|हरिवंशपुराण - 25.52]].52 </span></p> | ||
</div> | </div> | ||
Latest revision as of 14:40, 27 November 2023
कराल अग्नि-ज्वालाओं से युक्त एक विद्यास्त्र (बाण) इसे वारुणास्त्र से नष्ट किया जाता था । देवोपनीत एव दैदीप्यमान इस अस्त्र को चिंतावेग नामक देव ने राम और लक्ष्मण को दिया था । यह अस्त्र जरासंध के पास भी था । पद्मपुराण - 12.322-324,60.131-138,74.102-103 । हरिवंशपुराण - 25.47,हरिवंशपुराण - 25.52.52