आग्नेयास्त्र
From जैनकोष
कराल अग्नि-ज्वालाओं से युक्त एक विद्यास्त्र (बाण) इसे वारुणास्त्र से नष्ट किया जाता था । देवोपनीत एव दैदीप्यमान इस अस्त्र को चिंतावेग नामक देव ने राम और लक्ष्मण को दिया था । यह अस्त्र जरासंध के पास भी था । पद्मपुराण - 12.322-324,60.131-138,74.102-103 । हरिवंशपुराण - 25.47,हरिवंशपुराण - 25.52.52