यक्षवर: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> मध्यलोक के अंतिम सोलह द्वीपों में तेरहवां द्वीप । यह इसी नाम के सागर से घिरा हुआ है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.625 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> मध्यलोक के अंतिम सोलह द्वीपों में तेरहवां द्वीप । यह इसी नाम के सागर से घिरा हुआ है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#625|हरिवंशपुराण - 5.625]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:20, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
चतुर्थ सागर व द्वीप−देखें लोक - 5.1।
पुराणकोष से
मध्यलोक के अंतिम सोलह द्वीपों में तेरहवां द्वीप । यह इसी नाम के सागर से घिरा हुआ है । हरिवंशपुराण - 5.625