धर्मपरीक्षा: Difference between revisions
From जैनकोष
Bhumi Doshi (talk | contribs) No edit summary |
Bhumi Doshi (talk | contribs) No edit summary |
||
(One intermediate revision by the same user not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<ol class="HindiText"> | <ol class="HindiText"> | ||
<li> आ. अमितगति द्वारा वि.1070 में रचित संस्कृत श्लोक बद्ध एक कथानक जिसमें वैदिक मान्यताओं का उपहास किया गया है। ( | <li> आ. अमितगति द्वारा वि.1070 में रचित संस्कृत श्लोक बद्ध एक कथानक जिसमें वैदिक मान्यताओं का उपहास किया गया है। (तीर्थंकर भगवान महावीर और उनकी आचर्य परंपरा /2/393) (जैन धर्म का इतिहास / भाग /1/381)। </li> | ||
<li> कवि वृत्ति विलास (ई.श.12पूर्वार्ध) कृत उपर्युक्त विषयक कन्नड़ रचना।</li> | <li> कवि वृत्ति विलास (ई.श.12पूर्वार्ध) कृत उपर्युक्त विषयक कन्नड़ रचना।</li> | ||
<li> श्रुतकीर्ति ( | <li> श्रुतकीर्ति (विक्रम संवत 16) कृत 179 अपभ्रशकड़वक प्रमाण उपर्युक्त विषयक रचना। (तीर्थंकर भगवान महावीर और उनकी आचर्य परंपरा /3/432)। </li> | ||
</ol> | </ol> | ||
Latest revision as of 17:27, 1 October 2022
- आ. अमितगति द्वारा वि.1070 में रचित संस्कृत श्लोक बद्ध एक कथानक जिसमें वैदिक मान्यताओं का उपहास किया गया है। (तीर्थंकर भगवान महावीर और उनकी आचर्य परंपरा /2/393) (जैन धर्म का इतिहास / भाग /1/381)।
- कवि वृत्ति विलास (ई.श.12पूर्वार्ध) कृत उपर्युक्त विषयक कन्नड़ रचना।
- श्रुतकीर्ति (विक्रम संवत 16) कृत 179 अपभ्रशकड़वक प्रमाण उपर्युक्त विषयक रचना। (तीर्थंकर भगवान महावीर और उनकी आचर्य परंपरा /3/432)।