पावा: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> भगवान् महावीर की निर्वाण भूमि । अपरनाम पावानगरी । इसे पावापुर भी कहते हैं । यह नगर मनो<span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>नामक वन में सरोवरों के मध्य था । <span class="GRef"> महापुराण 76.38 508-512, </span><span class="GRef"> पद्मपुराण 20.60, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>66. 15-19</p> | <div class="HindiText"> <p> भगवान् महावीर की निर्वाण भूमि । अपरनाम पावानगरी । इसे पावापुर भी कहते हैं । यह नगर मनो<span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>नामक वन में सरोवरों के मध्य था । <span class="GRef"> महापुराण 76.38 508-512, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_20#60|पद्मपुराण - 20.60]], </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण </span>66. 15-19</p> | ||
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Revision as of 22:21, 17 November 2023
भगवान् महावीर की निर्वाण भूमि । अपरनाम पावानगरी । इसे पावापुर भी कहते हैं । यह नगर मनो हरिवंशपुराण नामक वन में सरोवरों के मध्य था । महापुराण 76.38 508-512, पद्मपुराण - 20.60, हरिवंशपुराण 66. 15-19