पंचशिरा: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> कुंडलवर द्वीप के कुंडलगिरि पर्वत पर पूर्व दिशावर्ती वज्रप्रभ नाम के दूसरे कूट का निवासी देव । यह इस पर्वत के नागकुमार देवों के सोलह इंद्रों में एक इंद्र है । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 5.686, 689-690 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> कुंडलवर द्वीप के कुंडलगिरि पर्वत पर पूर्व दिशावर्ती वज्रप्रभ नाम के दूसरे कूट का निवासी देव । यह इस पर्वत के नागकुमार देवों के सोलह इंद्रों में एक इंद्र है । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#686|हरिवंशपुराण - 5.686]],[[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#689|हरिवंशपुराण - 5.689]]-690 </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:15, 27 November 2023
कुंडलवर द्वीप के कुंडलगिरि पर्वत पर पूर्व दिशावर्ती वज्रप्रभ नाम के दूसरे कूट का निवासी देव । यह इस पर्वत के नागकुमार देवों के सोलह इंद्रों में एक इंद्र है । हरिवंशपुराण - 5.686,हरिवंशपुराण - 5.689-690