पंचशैलपुर
From जैनकोष
राजगृह नगर का दूसरा नाम । पाँच पर्वतों से युक्त होने के कारण यह नगर इस नाम से विख्यात है । पाँचों पर्वतो के नाम है—ऋषिगिरि, वैभार, विपुलाचल, बलाहक और पांडुक । यहाँ तीर्थंकर मुनिसुव्रत का जन्म हुआ था । इन्हीं पर्वतों पर तीर्थंकर वासुपूज्य को छोड़कर शेष तेईस तीर्थंकरों के समवसरण हुए है । हरिवंशपुराण - 3.51-58